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लखनऊ: रेलवे ट्रैक के पास मिले दो युवक, एक की मौके पर मौत, दूसरे ने अस्पताल में तोड़ा दम

लखनऊ के गोमतीनगर में दो युवकों की संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया है. एक का शव रेलवे ट्रैक के पास मिला. वहीं, दूसरा घायल मिला. जिसकी अस्पताल में मौत हो गई. मृतकों के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान हैं. दोनों की पहचान राम सावरे और राकेश के रूप में हुई है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. लखनऊ के पॉश इलाके गोमतीनगर में दो युवकों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से सनसनी फैल गई है. घटना रविवार सुबह की है, जब विराम खंड के पास रेलवे ट्रैक के नजदीक एक युवक का शव मिला. वहीं, कुछ दूरी पर एक दूसरा युवक घायल अवस्था में पड़ा मिला. घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, मृतकों की पहचान बहराइच निवासी राम सावरे और उसके साथी राकेश के रूप में हुई है. दोनों के शरीर पर गहरी चोटों के निशान हैं, जिससे पुलिस को प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों युवकों के साथ पहले बुरी तरह मारपीट की गई और उसके बाद उन्हें रेलवे ट्रैक के पास फेंक दिया गया. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटनास्थल से सबूत जुटाए जा रहे हैं.

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अखिलेश का योगी सरकार पर निशाना, कहा- अधिकारियों के तबादलों और पोस्टिंग में पक्षपात

अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर ट्रांसफर-पोस्टिंग में जातिगत भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि ठाकुर समुदाय को प्राथमिकता दी जा रही है. उन्होंने बीजेपी पर समाज को जाति और धर्म के आधार पर बांटने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कहा कि दंगों में बीजेपी की भूमिका होती है और कई नेताओं पर NSA के तहत कार्रवाई हुई है. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर ट्रांसफर और पोस्टिंग में जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिकारियों की नियुक्ति में खास जाति को प्राथमिकता दी जा रही है, जबकि पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) समुदाय के अधिकारियों की अनदेखी हो रही है. अखिलेश ने गिनाए कहां कितने ठाकुर अधिकारी​ अखिलेश यादव ने आगरा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 48 थानों में से केवल 15 थानों के प्रभारी पीडीए वर्ग से हैं, बाकी ‘सिंह भाई लोग’ यानी ठाकुर समुदाय से हैं. इसी तरह, मैनपुरी में 15 में से केवल तीन थानाध्यक्ष पीडीए समुदाय से हैं, जबकि 10 ठाकुर समुदाय से हैं. चित्रकूट में 10 पोस्टिंग में से सिर्फ दो पीडीए वर्ग के और पांच ठाकुर समुदाय से हैं. महोबा में 11 पोस्टिंग में से तीन पीडीए और छह ठाकुर समुदाय से हैं. यादव ने बीजेपी पर ‘बांटो और राज करो’ की नीति अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी हमेशा समाज को धर्म और जाति के आधार पर बांटती आई है.’

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